Thursday 19 August 2021

कविताओं के ज़रिए... 30.03.21

कविताओं के ज़रिए... 30.03.21
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दुनियाँ में चिड़िया रहे या न रहे 
कविताओं में हमेशा सुरक्षित बची रहेंगी चिड़ियाँ
पर केवल कविता प्रेमी ही सुन सकेंगे चिड़ियों के गान 


दुनियाँ में प्रेम रहे या न रहे
कविताओं में हमेशा सुरक्षित बचा रहेगा प्रेम
पर केवल कविता प्रेमी ही समझ सकेंगे प्रेम का मर्म

दुनियाँ में उजास रहे या न रहे
कविताओं में हमेशा सुरक्षित बचा रहेगा उजास
पर केवल कविता प्रेमी ही जी सकेंगे उजास भरी जिंदगी

दुनियाँ में सच रहे या न रहे
कविताओं में हमेशा सुरक्षित बचा रहेगा सच
पर केवल कविता प्रेमी ही सच को अनावृत कर सकेंगे

दुनियाँ में क्रांति रहे या न रहे
कविताओं में हमेशा सुरक्षित बची रहेगी क्रांति
पर केवल कविता प्रेमी ही फिर से ला पाएंगे क्रांति

चिड़ियों का कलरव
मनुष्य के लिए प्रेम
जीने के लिए उजास
बोलने के लिए सच
और
विरोध के लिए क्रांति
कविताओं में सुरक्षित बची रहेगी हमेशा।

-- नरेन्द्र कुमार कुलमित्र
    9755852479

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