Monday 24 October 2022

अनकही बातें...

अनकही बातें
तुम हृदय में ही रहना
ज़बान पर मत आना...

अलिखे शब्द
तुम भावों में ही रहना
पन्नों पर नहीं उतरना...

न जाने फिर कोई बुरा न मान जाए...
न जाने फिर कोई हंगामा न हो जाए...

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