Thursday 6 October 2022

जनता में करुणा और विश्वास जगाने का समय -12.06.22

जनता में करुणा और विश्वास जगाने का समय -12.06.22
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आप जनता हैं
आपके दुखों को दूर करना उनका कर्तव्य है
इसीलिए वे 'अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन' का आयोजन कर रखे हैं
वे आपको इतना हसाएंगे
कि आप भूल जाओगे अपनी भूख
अपने सारे दुख और सारे सपने

वे अकारण हसाएंगे
वे आप का मजाक उड़ाएंगे और आप हसेंगे
वे आपको अपने द्विअर्थी चुटकुलों से गुदगुदाएंगे
आप अपने ही लोगों पर खिलखिला खिलखिला कर ताली बजा बजाकर हसेंगे
उनके गुदगुदाते शब्द आपके तन बदन में घुल जाएंगे
वे आपको हास्य की दरिया में डुबाकर
मोटी रकम लेकर दूसरे मंचों के लिए चले जाएंगे

वे आपके भूख आपकी गरीबी आपकी बेरोजगारी की बात कभी नहीं करेंगे
उनके चुटकुलों में सिवाय श्रृंगार और हास्य के आपके अभाव और आपकी पीड़ा नहीं होगी 
उनकी फूहड़ कविता नशे की तरह आपके जिस्म के ओर- छोर में संचारित हो जाएगी
मगर उनके शब्द आपके मर्म तक कभी नहीं पहुंच पाएंगे

वे आपको अपने शब्दों के पतवार से वर्तमान से दूर ले जाएंगे
आप वीर और श्रृंगार रस में डूबे हुए वीरगाथा काल और रीति काल में गोता लगाएंगे
सामयिक मुद्दों से आपका ध्यान हटाने के लिए
भाट और चारण कवि अब पूरे देश में फैले हुए हैं

जनता के सामने कितने भयानक और वीभत्समय दृश्य हैं
मगर हास्य और श्रृंगार में डूबी जनता दिग्भ्रमित हैं

यह समय कविता में अलंकार पिरोने का नहीं है
यह समय कविता में हास्य और श्रृंगार परोसने का भी नहीं है
यह समय जनता में करुणा और विश्वास जगाने का है।

-- नरेन्द कुमार कुलमित्र
    9755852479

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