कृत्रिम जोखिमों से सावधान-11. 06.22
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जीवन जोखिमों से भरा होता है
हम हर पल जोखिमों में जीते हैं
जोखिमों से टकराते हैं
जोखिमों के साथ आगे बढ़ते हैं
कई बार जोखिमों से जीत जाते हैं
कई बार जोखिमों से हार जाते हैं
जोखिम हमेशा हमारे आसपास होते हैं
हम सोचते हैं कि हमारे आसपास अब कोई भी जोखिम नहीं है
तब भी जोखिम हमारे पास होते हैं
हम दोस्तों के साथ गप्पे हाँकते-हंसते बैठे रहते हैं
कि जोखिम आ धमकते हैं
हम रास्ते पर चल रहे होते हैं
रात में गहरी नींद में सो रहे होते हैं
हमारी हंसी हमारे दुख हमारे किसी भी उत्सव के बीच
बिन बुलाए मेहमान की तरह कभी भी किसी क्षण जोखिम आ टपकते हैं
बड़ी मुश्किल है जोखिमों से बच पाना
वैसे बुलाने से कम ही आते हैं जोखिम
पर सबसे जोखिम भरा काम होता है जोखिमों को जानबूझकर बुलाना
जोखिमों को आप के हालात से लेना देना नहीं होता
प्राकृतिक ढंग से आए जोखिमों से आप कैसे भी निपट सकते हैं
मगर सावधान रहिए
कृत्रिम ढंग से भी आप के खिलाफ़ जोख़िम गढ़े जा सकते हैं।
-- नरेन्द्र कुमार कुलमित्र
9755852479
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