दो छोटी-छोटी कविताएँ :--
1.सपनों में...
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सपनों में
आती है नींद
आती है हँसी और ख़ुशी
सपनों में ही प्यार,इज़हार और मिलन
सपनों में ही एकांत और सुखद अहसास
सपनों में ही आते हैं अपने सारे संबंधी
और भी बहुत कुछ....
जो बहुत पहले ही
जा चुकी हैं
हमारी असल जिंदगी से।
2.मेरी मेहनत
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मेरी मेहनत
उगेगी,दौड़ेगी, खिलखिलाएगी
दूर से चमकेगी आँखों में
खूबसूरत लड़की की तरह
चर्चा में होगी मेरी मेहनत।
-- नरेन्द्र कुमार कुलमित्र
9755852479
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